पहले आशाराम, फिर रामपाल, उसके बाद रामवृक्ष, और अब राम
रहीम ये सभी धर्मगुरु से अपना साम्राज्य विकसित कर चुके, अब अपराधी करार हो चुके
हैं. इनमे रामवृक्ष तो मुठभेड़ में मारा गया बाकी अपराधी सजा भुगत रहे हैं. ‘राम
सिंह’ नाम का ही ड्राइवर ‘निर्भया काण्ड’ का मुख्य अभियुक्त था जो जेल में
आत्महत्या कर चुका है. पर फिलहाल चर्चा में है गुरमीत सिंह राम रहीम इंशा. निस्संदेह
यह प्रतिभासंपन्न व्यक्ति है और कई प्रतिभाओं में यह ख्याति भी बटोर चुका है. पर
कहते हैं न- प्रभुता पाई काह मद नाही – और अंतत: यही मद ने इस राम रहीम को सलाखों
के पीछे पहुंचा दिया.
फिलहाल यौन शोषण मामले में डेरा प्रमुख राम रहीम के दोषी
करार दिए जाने के बाद हिंसा से हरियाणा-पंजाब में तनाव बरकरार है. इस बीच हरियाणा
के डीजीपी बी एस संधू ने बताया कि 28 अगस्त को राम रहीम को कोर्ट न ले जाकर वीडियो
कांफ्रेंसिंग के जरिए सजा सुनायी जाएगी. यह फैसला हरियाणा में हुई हिंसा को देखते
हुए लिया गया है.
सिरसा के सब-डिवीजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) परमजीत सिंह चहल
ने कहा है कि सेना को डेरा सच्चा सौदा मुख्यालय में प्रवेश का आदेश नहीं दिया गया
है वहीं गुरमीत राम रहीम के नाराज अनुयायी परिसर में जमे हुए हैं. हरियाणा के
मुख्य सचिव डी एस ढेसी ने भी डेरा मुख्यालय के भीतर सेना के प्रवेश से इंकार करते
हुए बताया कि हिंसा में मारे गए सभी लोग डेरा समर्थक हैं और अब तक 524 लोगों को
गिरफ्तार किया गया है. मुख्य सचिव ने कहा, कल के ऑपरेशन के
दौरान पंचकुला कोर्ट से कुछ दूरी पर डेरा समर्थक की गाडी से एक AK-47 एक माउजर, दूसरी गाडी से 1 पिस्तौल और पांच
राइफल बरामद की गई है.
ढेसी ने बाबा को वीआइपी ट्रीटमेंट और एसी की सुविधाएं देने
को अफवाह बताया. ढेसी के मुताबिक अदालत का फैसला आते ही बाबा की जेड प्लस सुरक्षा
खत्म हो गई थी. पहले डेरा प्रमुख को सड़क मार्ग से ले जाना चाहते थे, लेकिन हिंसा के
चलते उन्हें हेलीकॉप्टर से ले जाया गया. इसका खर्च हरियाणा सरकार ने दिया. हिंसा
में मारे गए सभी लोग बाहर से हैं और डेरा प्रमुख के समर्थक हैं.
डेरा हिंसा पर हरियाणा के एएसजी सत्यपाल जैन ने अपने बयान
में कहा कि केवल पंचकुला में 28 लोगों की मौत हो गयी. वहीं हाईकोर्ट ने डेरा की संपत्ति
का ब्यौरा मंगलवार तक सौंपने का निर्देश दिया है. हरियाणा के डी जी ने आश्वासन
दिया है कि स्थिति नियंत्रण में है. दूसरी ओर राम
रहीम के 6 सुरक्षागार्ड समेत दो डेरा समर्थकों पर भी देशद्रोह का केस
दर्ज किया गया है. खबर के अनुसार, फिलहाल मुख्यालय में एक से डेढ़ हजार समर्थक मौजूद हैं और
उनके पास लाठियां व पत्थर होने की खबर है. हालांकि डीजीपी ने बताया कि परसों रात
तक समर्थकों के पास किसी प्रकार के हथियार नहीं थे. बता दें कि शुक्रवार देर रात
सेना ने डेरा सच्चा सौदा मुख्यालय को घेर लिया था.
दूसरे इलाकों में भी डेरा सील किए जा रहे हैं. जिला प्रशासन
व पुलिस ने कुरुक्षेत्र, अंबाला, यमुनानगर, कैथल, समेत 36 डेरों को सील कर दिया है. उमरी गांव का डेरा खाली कराया जा
रहा है. दूसरी ओर कल की हिंसा को लेकर हाईकोर्ट में सुनवाई शुरू हो गयी है.
शुक्रवार से जारी बवाल पर केंद्र सरकार भी निगरानी कर रही है. पंचकूला और आसपास के
इलाकों में हुई हिंसा में अब तक कम से कम 32 लोगों की जान जा
चुकी है. राम रहीम को दोषी करार दिए जाने के बाद उनके समर्थकों ने जमकर हिंसा मचाई
थी.
पंचकुला के हिंसाग्रस्त इलाकों में धारा-144 लगाई गई है.
पंजाब के फरीद कोट, बरनाला, पटियाला समेत 10 जिलों में कर्फ्यू लगाया गया है. फिलहाल, पंचकुला में सेना
तैनात है और हिंसा की कोई खबर नहीं आ रही है. डेरा सच्चा सौदा के समर्थकों की
हिंसा रोकने में असफल रहने पर हरियाणा सरकार ने शनिवार को जिले के पुलिस उपायुक्त
को निलंबित कर दिया. आधिकारिक आदेश में कहा गया है कि पंचकुला के पुलिस उपायुक्त
अशोक कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.
सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार डेरे में 32 हजार से ज्यादा
लोग हैं. इनमें बड़ी संख्या में महिलाएं व बच्चे हैं. महिलाओं व बच्चों को बाहर
निकालना बड़ी चुनौती है. डेरे के चारों तरफ सेना लगा दी गई है और सेना ने पूरी तरह
से नाकेबंदी कर दी है. रात में डेरे से कम से कम 5000 लोग घरों को
लौटे हैं. अधिकारियों के अनुसार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए अब सिरसा में
पर्याप्त सुरक्षा प्रबंध है.
शहर से बाहर की तरफ मौजूद डेरा दो हिस्सों में बंटा हुआ है.
इसमें पुराना डेरा और उससे करीब पांच किलोमीटर दूर नया व बड़ा डेरा बनाया गया है.
फोर्स ने अभी पुराने डेरे से पहले नाका लगाया हुआ है. एक तरफ से पहले नाकाबंदी है
तो बाकी तीन तरफ से डेरे को फोर्स घेरेगी. इसमें आर्मी और पैरामिलिट्री फोर्स लगाई
है, ताकि कोई व्यक्ति
पीछे से न भाग सके. पुलिस डेरे को टेकओवर करने की मुनादी करवा रही है. डेरे में
मौजूद लोगों को प्रशासन की तरफ से लोगों को निकालने के लिए साधन उपलब्ध करवाने और
उनको निकालने के लिए कहा जा रहा है.
डेरा एक नजर में - क्षेत्रफल : करीब
900 एकड़ - सत्संग घर : करीब दस एकड़ - दीवार : दो से ढाई फुट मोटी है - ऊंचाई : करीब 15 फीट. कई जगह तीस से चालीस फुट. - लंबाई : पांच किलोमीटर में - आवासीय कॉलोनी करीब तीन एकड़ में
शुक्रवार को पंचकूला में सीबीआई जज जगदीप सिंह ने डेरा के
प्रमुख राम रहीम को बलात्कार के मामले में दोषी ठहराया था. डेरा प्रमुख को वर्ष 2002 में लिखी गई एक
लिखित शिकायत के आधार पर दोषी करार दिया गया. इस शिकायत में आरोप लगाया गया था कि
उसने दो साध्वियों का यौन उत्पीड़न किया. इस मामले में राम रहीम के खिलाफ 28 अगस्त को सजा
सुनाई जाएगी. (यह आलेख शनिवार २६.०८.१७ को लिखा गया है)
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को बलात्कार के
मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद उनके समर्थकों के उपद्रव पर हरियाणा और पंजाब
हाई कोर्ट ने हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार का जमकर फटकार लगाई. हाई कोर्ट
ने कहा कि अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए सरकार ने पंचकूला को जलने के लिए छोड़
दिया. फुल बेंच ने सुनवाई के दौरान कहा कि हालात के सामने सरकार ने सरेंडर कर
दिया. इसी के साथ हाई कोर्ट ने केंद्र सरकार को भी डांट पिलाई और प्रधानमंत्री के
बारे में कहा, 'वह देश के प्रधानमंत्री हैं, न कि बीजेपी के.' कोर्ट ने यह
टिप्पणी तब की, जब केंद्र सरकार के वकील ने यह कहा कि कल की हिंसा राज्य का
विषय है. इस पर कोर्ट ने कहा, क्या हरियाणा, भारत का हिस्सा
नहीं है?
पंजाब और हरियाणा के साथ सौतेले बच्चे की तरह बर्ताव क्यों
किया जा रहा है?
हाई कोर्ट की टिप्पणी गंभीर है पर केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार किसी न किसी
रूप में राम रहीम से उपकृत रही है इसीलिए शुरुआत में ढिलाई बार्ट रही थी. अब कोर्ट
की सख्त टिप्पणी के बाद स्थिति को सम्हालने की हर संभव कोशिश कर रही है. अगर यह
लापरवाही किसी गैर भाजपा सरकार से होती तो केंद्र सरकार और भाजपा नेता आसमान सिर
पर उठा लेते. फिलहाल सभी मुख्य नेता चुप्पी साधे हुए हैं सिर्फ साक्षी महाराज ने
राम रहीम को सीधे सादा बाबा कहा और उसकी तरफदारी की. ऐसे बलात्कारी और हत्यारे
व्यक्ति को कोर्ट सख्त से सख्त सजा दे ताकि एक नजीर बन सके और दूसरे इस प्रकार की
हरकत करने से पहले सौ बार सोचे. जय श्री राम!
– जवाहर लाल सिंह, जमशेदपुर.
सरकार की शह मिले बिना इतनी जायदाद का मालिक बनना सम्भव ही नहीं हो सकता, सरकार को इसका जवाब देना ही होगा
ReplyDeleteजी आदरणीया अनीता जी, बिना सरकारी शह के यह संभव ही नहीं. ये ही लोग सरकारी तंत्र को चलाते हैं. नहीं तो ८०० गाड़ियों के काफिला के साथ कोर्ट जाना लाखों आदमियों की भीड़ इकट्ठी होने देना और सरकारी और निजी संपत्ति की बर्बादी ... क्या नहीं किया इनके गुंडों ने... उफ्फ!
Deleteहार्दिक आभार हर्षवर्धन जी!
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