Monday, 6 April 2015

कैमरा ख़ुफ़िया या सार्वजनिक

वैसे तो केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रारंभिक दिनों से ही सुर्खियों में रही हैं. लेकिन इस बार तो हद ही हो गयी. एक कपड़ों के स्टोर ‘फेब इंडिया’ के ट्रायल रूम में छिपे कैमरे की आँख उनकी तरफ लग गयी. मंत्री की सहायिका की नजर कैमरे पर गयी और वह चिल्लाकर रोने भी लगी. तभी स्मृति ईरानी को अहसास हुआ और उसने अपने पति को फोन किया, गोवा के स्थानीय विधायक को फोन किया, विधायक ने पुलिस को फोन किया और तत्काल चार लोग पकड़ लिए गए. कम्प्यूटर के हार्ड डिस्क भी खंगाल लिया गया, जिससे पता चला कि उसमे पिछले छ: महीने पीछे तक के फोटो कैद थे. वैसे फोटो जो महिलाएं ट्रायल रूम में कपडे बदलते समय जिस अवस्था में होती हैं. कैमरे का फोकस की पहुँच महिलाओं के पेट तक थी यानी कमर के ऊपर के हिस्से का फोटो लिया जा रहा था. चूंकि यह केंद्रीय मंत्री का मामला था, इसलिए आनन-फानन में कार्रवाई हुई और दिल्ली के भी कई दुकानों के ट्रायल रूम की भी तलाशी ली गयी. अगर यह किसी और महिला का मामला होता तो जैसे तैसे निपटा दिया गया होता या उस महिला पर ही चोरी का आरोप लगा दिया जाता.
मामला हाई प्रोफाइल होने पर भी अब कंपनी की तरफ से कहा गया – ‘फैब इंडिया महिला प्रधान संस्थान है और देश से लेकर विदेशों में 70 पर्सेंट एम्पलॉयी महिला हैं. हम महिलाओं की मर्यादा को लेकर बेहद सतर्क रहते हैं. ग्राहक हमारे लिए सुप्रीम हैं. इस मामले में स्टोर स्टाफ से लेकर मैनजर तक किसी तार्किक नतीजे तक पहुंचने के लिए पुलिस को जांच में पूरा सहयोग देंगे. यदि हमारी तरफ से किसी भी तरह की कोई चूक सामने आती है तो किसी को बख्शा नहीं जाएगा’ फैब इंडिया ने कहा कि कंपनी ने अपनी तरफ से भी इस मामले की जांच के लिए तीन एक्जेक्युटिव महिलाओं की टीम बनाई है. शुक्रवार को ईरानी ने इस स्टोर के चेंजिग रूम में गोपनीय कैमरे लगे होने की बात कही थी. वह शुक्रवार को इस शोरूम में खरीदारी के लिए गई थीं. इसके बाद इस स्टोर के चार कर्मियों पर एफआईआर दर्ज की गई थी. शनिवार को गोवा कोर्ट ने इन चारों को जमानत भी दे दी.
स्मृति ईरानी के मुताबिक कैमरे का फोकस ट्रायल करने वाले की तरफ था. ईरानी ने इसकी शिकायत पुलिस में की जिसके बाद पुलिस प्रशासन ने हरकत में आते हुए तत्काल एफआईआर दर्ज की. पुलिस ने फैब इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर और स्टोर इंचार्ज को सम्मन किया. इस मामले में स्टोर मैनेजर,असिस्टेंट मैनेजर समेत चार लोगों की कोर्ट में पेशी हुई. जहाँ से इन्हें तत्काल बेल भी मिल गयी.
फैब इंडिया ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, ‘कैंडोलिम-गोवा के स्टोर में जिस कैमरे की बात की जा रही है तो वह स्टोर में निगरानी व्यवस्था का हिस्सा था और खरीददारी की जगह पर लगाया गया था. ट्रायल रूम सहित स्टोर में कहीं भी कोई भी छुपा हुआ कैमरा नहीं था. ये कैमरे ऐसी जगह लगे हुए हैं जिन्हें हर कोई देख सकता है और सभी स्टोरों में लगे निगरानी कैमरे अच्छी-खासी तरह नजर आते हैं’.
उधर गोवा के बाद अब कोल्हापुर में भी फैब इंडिया के शोरूम से एक कर्मचारी को छिपे कैमरे से तस्वीरें लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. कोल्हापुर के ताराबाई इलाके में फैब इंडिया का शोरूम है जहां के चेंजिंग रूम में ये घटना हुई है. पुलिस के मुताबिक एक लड़की ने इस मामले में कल रात शिकायत दर्ज कराई थी. पुलिस ने आरोपी से वो मोबाइल जब्त कर लिया है जिसके जरिए उसने चोरी से तस्वीरें ली थीं.
अभी हाल ही में दक्षिणी दिल्ली के लाजपत नगर इलाके में ‘वैन ह्यूसन’ के ट्रायल रूम में एक लड़की की सावधानी के चलते उसके साथ दुर्घटना होते-होते बची. मल्टीनेशनल कंपनी में काम करने वाली 23 वर्षीय लड़की जब कपड़े ट्राई करने ट्रायल रूम गई, तो वहां उसने दरवाजे के बीच की दरार में एक मोबाइल फोन देखा. फोन को वीडियो रिकॉर्डिंग मोड पर रखा गया था। लड़की की निगाह जैसे ही मोबाइल पर पड़ी, उसने तुरंत ही हंगामा कर दिया और पुलिस कंट्रोल रूम में फोन भी मिला दिया. इस घटना के तुरंत बाद शोरूम पर छापा मारा गया और स्टोर मैनेजर पुलकित सनवाल को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलकित के खिलाफ आईपीसी की धारा 354 के तहत छेड़छाड़ और 354सी के तहत छिपकर किसी महिला को देखने और उसकी निजी तस्वीरें खींचने का मामला दर्ज किया गया है. पूछताछ के दौरान पुलकित ने कुबूला कि फोन उसने खुद ही छुपाया था। लखनऊ का रहने वाला पुलकित एमबीए ग्रेजुएट है और आठ महीने पहले वह बतौर मैनेजर यहां काम करने आया था. पुलिस अब यह पता करने की कोशिश कर रही है कि आरोपी इन रिकार्डेड वीडियो का इस्तेमाल पेशेवर उद्देश्य से कर रहा था या खुद के लिए. हालांकि, आरोपी कुबूल कर चुका है कि वो यह सब सिर्फ अपने लिए निजी तौर पर ही कर रहा था. पुलकित का मोबाइल जब्त कर जांच के लिए एफएसएल भेज दिया गया है, हालाँकि अब पुलकित को भी जमानत मिल चुकी है.
गोवा में भाजपा का शासन है वहां के मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत परेसकर अभी हाल ही में हड़ताली नर्सों से कहा था कि धूप में बैठकर भूख हड़ताल करने से उनका रंग काला पड़ जाएगा जिससे उनकी शादी में दिक्कत होगी. अब वे क्या कहेंगे महिलाओं को कि वे बड़े ब्रांड के स्टोर के चेंज/ ट्रायल रूम में न जाएँ, कहीं उनका फोटो न ले ली जाय(?) जबकि यहाँ पर भुक्त भोगी केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री हैं.
स्मृति ईरानी इस तरह के बयानों का विरोध करती नजर आयी हैं. संसद में उन्होंने शरद यादव को हाथ जोड़कर उनसे महिलाओं के बारे में अनर्गल टिप्पणी करने से मना किया था. इस बार भी उन्होंने शख्त कदम उठाया है. अब देखना यही है फैब इण्डिया के प्रबंधन पर इसका क्या असर पड़ता है ? UGC को बंद करने की सिफारिश करने वाली मानव संशाधन मंत्री क्या फैब इण्डिया को बंद करा सकती है या ऐसे तमाम शो रूम के ट्रायल रूम, होटलों के बाथ रूम, बेड रूम आदि में लगे छिपे कैमरों की जांच होगी(?) जो लोगों की गोपनीयता की तस्वीरें उतार रही होती हैं. इन तस्वीरों क उपयोग किस स्तर पर होता होगा इसकी कल्पना भी की ही जा सकती है.
उधर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सांसद मीनाक्षी लेखी ने शनिवार को आशंका जताई कि बंगलुरु चल रही पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के कवरेज से ध्यान भटकाने की कोशिश हो रही है. उनका यह बयान एक दिन पहले गोवा स्थित फैबइंडिया के एक स्टोर में ट्रायल रूम के भीतर सीसीटीवी कैमरा होने की खबरों को तवज्जो दिए जाने के बाद आया है, जिसका खुलासा स्वयं केंद्रीय मानव संसाधन एवं विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने किया था. लेखी ने शनिवार को ट्वीट कर कहा, ”मुझे लगता है कि भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से ध्यान भटकाने की कोशिश की जा रही है. इस तरह की कोशिश की जा रही है. अब तुलसी बाबा की पंक्ति याद आती है – “मोह न नारी नारी के रूपा, पन्नगारि यह चरित अनूपा”. मीनाक्षी जी आप भी अगर मंत्री बनने की क़तार में हैं, तो कोई बात नहीं आप की यह बात मोदी जी तक पहुँच गयी होगी. वैसे गिरिराज सिंह जी अपने बयानों से ही चर्चा में रहते हैं और उन जैसों को मोदी जी खूब पहचानते हैं. गिरिराज सिंह बिहार में भाजपा की जमीन तैयार कर रहे हैं दिल्ली तो अभी दूर है. किरण बेदी जी जरूर समर्थन में नजर आती हैं, और ऐसे दो हजार मामले होने की बात को स्वीकार करती हैं.
महिलाओं के बारे में अक्सर पुरुषों के बयान या नजरिया शर्मनाक होता है, चाहे वे गिरिराज सिंह हों, या दिग्विजय सिंह, मोहन भागवत हों या विजय वर्गीस, श्री प्रकाश जायसवाल हो या शरद यादव. इसे भी गंभीरता से लिया जाना चाहिए ताकि महिला सम्मान बना रहे. यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवता.
– जवाहर लाल सिंह, जमशेदपुर

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