tag:blogger.com,1999:blog-1330174464054624776.post3988298409702062109..comments2023-06-07T06:34:23.946-07:00Comments on jls: मानवता के शत्रुजवाहर लाल सिंहhttp://www.blogger.com/profile/05225186200871145125noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-1330174464054624776.post-36774097669571105312016-01-04T07:34:07.235-08:002016-01-04T07:34:07.235-08:00शायद नीति निर्धारक कुछ विचार कर रहे हों. हम सब केव...शायद नीति निर्धारक कुछ विचार कर रहे हों. हम सब केवल अपनी भड़ास ही निकाल सकते हैं . निर्णय तो उन्हें लेना है. हुई गलतियों को सुधारना है.आदरणीया दीप्ति जी. अपनी राय और प्रतिक्रिया के लिए आभार जवाहर लाल सिंहhttps://www.blogger.com/profile/05225186200871145125noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1330174464054624776.post-18045528972393691302016-01-04T07:25:50.436-08:002016-01-04T07:25:50.436-08:00बहुत कोशिश हो गई सम्बन्ध मधुर करने की ...... पाकिस...बहुत कोशिश हो गई सम्बन्ध मधुर करने की ...... पाकिस्तान इस लायक ही नहीं है कि उसे और छूट दी जाये ! अब तो सेना पर से सारे बंधन हटा कर उसे खुली छूट दे देनी चाहिए दुश्मन से निपटने कीDeeptihttps://www.blogger.com/profile/09932408093106908232noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1330174464054624776.post-16632612460842430322016-01-04T07:04:18.881-08:002016-01-04T07:04:18.881-08:00स्वाभाविक है कि ऐसे मौके पर विभिन्न प्रकार के बयान...स्वाभाविक है कि ऐसे मौके पर विभिन्न प्रकार के बयान आयेंगे. भाजपा बिरोधी दल चुटकी भी ले सकते हैं. पर यह देश का मामला है. प्रधान मंत्री और गृह मंत्री का साधा हुआ बयान है और हमें यानी भारतीय जनता को सरकर के साथ पूर्ण सहमति ब्यक्त करनी चाहिए. शान्ति-वार्ता कायम रहे यह दोनों देश के हुक्मरान चाहते हैं. पर शांति और अमन के दुश्मन कभी नहीं कहेंगे कि भारत पाक संबंधों में मधुरता आये. ‘युद्ध’ किसी समस्या का हल नहीं हो सकता बल्कि लोकतान्त्रिक तरीके से मसाले को सुलझा लिया जाय वही बेहतर है. हाँ हमें चौकस रहना पड़ेगा और अपने ख़ुफ़िया तंत्र को और ज्यादा मजबूत करना होगा, ताकि जान-माल की बर्बादी को बचाया जा सके. दूसरे शक्तिशाली देश, यु. एन. ओ. ने भी प्रधान मंत्री के पकिस्तान दौरे की तारीफ की है, तो छोटे-मोटे संगठन के हमलों और नापाक इरादों से घबराने की जरूरत नहीं है, ऐसा मेरा मानना है. अमन पसंद लोग कभी भी युद्ध नहीं चाहेंगे क्योंकि युद्ध हर हाल में बरबादी लेकर ही आता है. अभी हमें अपनी अर्थ ब्यवस्था को मजबूत कर भारत को संपन्न राष्ट्र बनाने की आवश्यकता है, जिसके लिए प्रधान मंत्री दिन-रात अनवरत प्रयासरत हैं. पर, सजगता और एकजुटता जरूरी है. हर हाल में हमें अपने देश को सुरक्षित रखना है और विकास के पथ पर दौड़ाना है. निश्चित ही बड़े अधिकारी और नेता इस तरफ अपना ध्यान केन्द्रित रक्खे होंगे, इसीलिये प्रधान मंत्री और गृह मंत्री ही आधिकारिक बयान दे रहे हैं. ऐसे मौके पर मीडिया को भी बहुत ज्यादा सम्हल कर रिपोर्टिंग करनी चाहिए. अगर हमारा देश सुरक्षित है, तो हम सभी सुरक्षित हैं. सेना के हौसले को सलाम और जयहिन्द! जय भारत ! <br />– जवाहर लाल सिंह, जमशेदपुर. जवाहर लाल सिंहhttps://www.blogger.com/profile/05225186200871145125noreply@blogger.com